पर मेरा यही मानना है कि किसी ने भी जो क्रियात्मक अनुभव प्राप्त किया है ।
3.
पर हमारे पास उचित लोगों को उचित प्रकार से उचित सन्देश पहुँचाने के लिए सृजनशील और क्रियात्मक अनुभव है
4.
उन्होंने श्रद्धालुओं को प्रवचन सुनाते हुए कहा कि उसी प्रकार थोडी देर के लिए हम भी यह मान लेते हैं कि परमात्मा जो हैं वह तुम्हारी सीमाओं से अर्थात तुम्हारी दृष्टि से बहुत दूर हैं परन्तु यह भी सत्य है कि यदि प्रभु को मानकर तुम उसकी खोज के लिए साधना करोगे तो निश्चित ही ब्रह्म का एहसास तुम्हें स्वयं होगा अर्थात तुम्हें प्रभु की भक्ति करने से शांति मिलेगी व साधना करते रहने पर प्रभु का क्रियात्मक अनुभव तुम्हें अपने आप होगा।
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उन्होंने श्रद्धालुओं को प्रवचन सुनाते हुए कहा कि उसी प्रकार थोडी देर के लिए हम भी यह मान लेते हैं कि परमात्मा जो है वह तुम्हारी सीमाओं से अर्थात तुम्हारी दृष्टि से बहुत दूर है परंतु यह भी सत्य है कि यदि प्रभु को मानकर तुम उसकी खोज के लिए साधना करोगे तो निश्चित ही ब्रह्म का एहसास तुम्हें स्वयं होगा अर्थात तुम्हें प्रभु की भक्ति करने से शांति मिलेगी व साधना करते रहने पर प्रभु का क्रियात्मक अनुभव तुम्हें अपने आप होगा।
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उन्होंने श्रद्धालुओं को प्रवचन सुनाते हुए कहा कि उसी प्रकार थोडी देर के लिए हम भी यह मान लेते हैं कि परमात्मा जो हैं वह तुम्हारी सीमाओं से अर्थात तुम्हारी दृष्टि से बहुत दूर हैं परंतु यह भी सत्य है कि यदि प्रभु को मानकर तुम उसकी खोज के लिए साधना करोगे तो निश्चित ही ब्रह्म का एहसास तुम्हें स्वयं होगा अर्थात तुम्हें प्रभु की भक्ति करने से शांति मिलेगी व साधना करते रहने पर प्रभु का क्रियात्मक अनुभव तुम्हें अपने आप होगा।